सादा नान तो खाने में अच्छे लगते ही हैं लेकिन भरवां नान और भी स्वादिष्ट लगते हैं, भरवां नान हम आलू के, पनीर के, दाल के और गोभी इत्यादि विभिन्न चीजों के बनाये जा सकते हैं, सारे भरवां नान बनाने का तरीका तो यही होगा.
आज हम आलू के भरवा नान बनायेंगे. तो आइये बनाना शुरू करें आलू के भरवां नान.
सामग्री -
आलू तैयार करने के लिये :-
विधि -
मैदा को खाना सोडा और नमक मिला कर छान लीजिये, मैदा के बीच में हाथ से थोड़ी जगह बनाइये, दही, दूध और तेल इस जगह में डालिये और हाथ से धीरे धीरे मिलाइये, सारी मैदा में ये चीजें अच्छी तरह मिला लीजिये और थोड़ा सा पानी जितना कि आटा लगाने के लिये पर्याप्त हो डाल कर नरम आटा लगाइये. आटे को अच्छी तरह हाथ से मल मल कर चिकना कीजिये, यह आटा बहुत ही हल्का हो जाता है. गुथे हुये आटे को 4 घंटे के लिये ढककर रख दीजिये. आटा फूल कर नान बनाने के लिये तैयार हो जाता है.
आलू को धोकर उबाल लीजिये, ठंडा कीजिये, छीलिये और बारीक तोड़ लीजिये. हरी मिर्च धोइये, डंठल तोड़िये और बारीक काट लीजिये. अदरक को छीलिये, धोइये और कद्दूकस कर लीजिये.
आलू में हरी मिर्च, अदरक, नमक, लालमिर्च, अमचूर पाउडर, धनियां पाउडर और हरा धनियां डालकर मिलाइये. नान में आलू की पिठ्ठी भरने के लिये तैयार है.
तैयार आटे को आप 8 बराबर भागों में बांट कर गोले बना लीजिये और पिठ्ठी को भी 8 बराबर भागों में बांट लीजिये.
आटे का एक गोला उठाइये, मैदा के सूखे परोथन में लपेटिये और गोलाकार 5-6 इंच के व्यास में वेलिये, वेले गये नान के ऊपर आलू रखिये, चारों तरफ से उठाकर बन्द कीजिये. इस आलू भरे बन्द लोई को थोड़ा सा सूखा मैदा लगाकर हाथ और उंगलियों की सहायता से थोड़ा सा बड़ा लीजिये और अब इसे बेलन की सहायता से हल्के दबाब देते हुये गोल 6-7 इंच व्यास में बेल लीजिये.
तंदूर के ट्रे में तेल लगाइये और गरम कीजिये. बेला हुआ नान गरम ट्रे में डालिये और नान के ऊपर भी थोड़ा तेल या घी चुपड़ दीजिये. नान को पलट कर ब्राउन होने तक सेकिये. नान सेकते समय बीच बीच में तंदूर को स्विच आफ करके ठंडा भी कर सकते हैं ताकि नान जले नहीं. इसी तरह सारे नान बनाइये.
गरमा गरम आलू भरे नान, आलू टमाटर की सब्जी, दाल मखनी, रायता, चटनी के साथ परोसिये और खाइये.