आलू के सेव दो तरह से बनाये जाते हैं. उबले हुये आलू को कद्दूकस करके सुखा कर बनाये आलू के सेव और उबले हुये आलू में बेसन मिला कर तल कर बने आलू भुजिया सेव.
उबले आलू कद्दूकस कर के बनाये सेव आलू के मौसम बनाकर आसानी से स्टोर कीजिये और जब भी मन चाहे कुछ मिनटों में तल कर खाईये.
सामग्री -
विधि -
आलू के सेव बनाने के लिये आलू पका हुआ चिकनी स्किन का और बड़े आकार का लेना चाहिये.
आलू को धोइये, कुकर में डालिये, एक गिलास पानी के साथ उबालने के लिये रख दीजिये, एक सीटी आने के बाद, 1 - 2 मिनिट धीमी गैस पर आलू उबालिये. उबले हुये आलू कुछ कड़क ही हों लेकिन कच्चे भी न हों, नहीं तो सेव काले हो जायेंगे, आलू के ज्यादा पकने पर, सेव बनाना मुश्किल हो जाता है.
कुकर खोलिये, आलू निकालिये, ठंडा होने पर आलू को छील लीजिये.
3-4 थालियों में थोड़ा तेल लगाकर चिकना कीजिये या किसी बड़े पोलिथिन सीट को किसी कपड़े पर बिछा कर चिकना कर लीजिये.
कद्दू कस लीजिये, कद्दूकस को थाली या पोलिथिन सीट पर रखिये और छिले आलू को कद्दूकस के ऊपर रखिये, कस कर सेव बनाइये, कद्दूकस को वायें हाथ में पकड़िये और सीधे हाथ से आलू को पकड़ कर कसिये, हाथ की पोजीसन को हटाकर बदलते रहिये और आलू को कद्दूकस करते जाइये, आलू के सेव एक जगह इकठ्ठे नहीं हों, वह अलग अलग गिरने चाहिये. इसी तरह जितने भी आलू हों, सारे आलू को कद्दूकस करके सेव वना लीजिये.
एक दिन की धूप में ही ये सेव काफी हद तक सूख जाते हैं, आलू के सेव को इकठ्ठा कर लीजिये, इन सेव को फिर से धूप में रखकर दूसरे दिन की धूप और लगा दीजिये.
आलू के सेव बन कर,सूख कर तैयार हैं, इन्है आप किसी भी डिब्बे में भर कर 6 माह तक रख सकते हैं. जब भी आपको आलू के सेव खाने हों, कन्टेनर से सेव निकालिये, कढ़ाई में तेल डालकर गरम कीजिये, तेल का तापमान ज्यादा गरम न हो, आलू के सेव आधा मिनिट से भी कम समय में तल जाते हैं, गरम तेल में आलू के सूखे सेव डालिये, कलछी से घुमाते हुये, सेव के सफेद होकर फूलने तक, तल कर निकाल लीजिये. आप सारे जितने चाहें उतने सेव तल कर प्लेट या थाली में इसी प्रकार तल कर रख लीजिये.
तले सेव पर चाट मसाला या नमक और थोड़ी सी लालमिर्च या नमक और थोड़ी सी काली मिर्च डाल कर मिलाइये. आलू के कुरकुरे सेव खाने के लिये तैयार हैं. आलू के तले हुये सेव के साथ गरमा गरम चाय बनाना मत भूलिये.
सुझाव :-