कलोंजी या भरवां करेले हम पहले बना भी चुके हैं लेकिन अब हम करेले की कलोंजी, करेले उबाल कर और कुछ और मसाले डालकर दूसरी प्रकार से बनायेंगे. इस तरह बनाये करेले हल्के मुलायम बने होते हैं.
करेला कड़वा होने पर खाने में खूब पसन्द किया जाता है, इसे इस तरह बनाया जाता है कि इसकी कड़वाहट अच्छे स्वाद में बदल जाती है. यदि आप करेले की अधिक कड़वाहट के कारण करेला पसन्द नहीं आते हों, तो उबाल कर बने करेले अवश्य पसंद आयेंगे. क्योंकि यह अधिक कड़वे नहीं होते एवं दही और पोस्त इन्हें एक स्वादिष्ट स्वाद और फ्लेवर देते हैं.
सामग्री -
विधि -
करेले को दोंनो ओर से डंठल काट कर अच्छी तरह धो लीजिये, धुले करेले छलनी में रखिये और अतिरिक्त पानी हटा दीजिये, करेले को इस तरह काटिये कि वह दूसरी ओर से जुड़ा रहे, आधा छोटी चम्मच नमक लीजिये और सारे करेले के कटे भाग में थोड़ा थोड़ा नमक लगा कर रख दीजिये.
किसी बर्तन में इतना पानी लीजिये जिसमें कि करेले आसानी से डूब सकें, पानी को गरम करने रख दीजिये, पानी में उबाल आने के बाद उबलते पानी में करेले डालिये और ढककर मीडियम आग पर करेले नरम होने तक उबलने दीजिये, ध्यान रहे कि करेले इतने नरम न हों के वे मैस होने लगें.
उबाले हुये करेले छलनी में डालिये और पानी निकाल दीजिये, करेले जब एकदम ठंडे हो जायं, तब उनके अन्दर से अतिरिक्त पानी हो तो हटा दीजिये. करेले के अन्दर के बीज चाकू की सहायता से निकाल कर प्लेट में रखिये और बीज निकाले करेले किसी दूसरी प्लेट में रखिये, सारे करेले के बीज निकाल कर एक प्लेट में और करेले दूसरे प्लेट में रख लीजिये.
कढ़ाई में 2 टेबल स्पून तेल डाल कर गरम कीजिये, गरम तेल में जीरा, खसखस और हींग डालिये, जीरा भुनने पर, आधा छोटी चम्मच हल्दी पाउडर, सोंफ पाउडर और धनियां पाउडर डालिये, मसाले में करेले के बीज डालिये और चमचे से चलाते हुये 2 मिनिट भूनिये, भुने मसाले में दही डालिये और जब तक भूनिये कि दही का पानी सूख जाय और मसाले दही को अपने अन्दर शोक लें, आग बन्द कर दीजिये और इस मसाले में सौंठ पाउडर, गरम मसाला, नमक, अमचूर पाउडर और कतरी हुई हरी मिर्च डालकर मिलाइये. करेले में भरने के लिये मसाला तैयार है.
जितने करेले हैं, मसाले को उतने भागों में बांट लीजिये. एक करेला उठाइये और मसाला भर कर प्लेट में रखिये, इसी तरह सारे करेले मसाला भर कर प्लेट में रख लीजिये.
कढ़ाई में तेल डालकर गरम कीजिये, तेल में 1/4 छोटी चम्मच हल्दी डालिये और करेले सिकने के लिये तेल में लगाकर रख दीजिये, मीडियम आग पर करेले सिकने दीजिये, 3-4 मिनिट बाद करेले की साइड साबधानी से चमचे और चिमटे की सहायता से पलट कर बदल दे, इस तरह सभी तरफ से करेले ब्राउन होने तक सेक लीजिये. 12 - 15 मिनिट में करेले गोल्डन सिक कर खाने के लिये तैयार हो जाते हैं.
सिके हुये भरवां करेले किसी प्लेट में निकाल कर रखें, चपाती, परांठे या चावल के साथ परोसे और खायें.
सुझाव :-
भरवां करेले को सफेद धागे से बांध कर फ्राइ किया जा सकता है, जिससे करेले आसानी से पलटे जा सकेंगे और उनके अन्दर से मसाला भी नहीं निकलेगा. करेले बनने के बाद ठंडे होने पर करेले से धागा निकाल कर हटा दें.
पिकनिक या कहीं बाहर जा रहे तब आप पूड़ी के साथ करेले बनाकर ले जाइये, ये करेले 5-6 दिन तक भी खराब नहीं होते.