भरवां सब्जियां तो स्वाद में लाजबाब होती हीं है. बैगन जो लोग नहीं खाते वह भी भरवां बैंगन बड़े चाव से खाते हैं.
इसे कई तरह से बनाया जाता है. कुछ तरीकों में भरवां बैंगन के अन्दर मूंगफली भरकर भी बनाया जाता है. उत्तर भारत में इसे निम्न प्रकार से बनाया जाता है. आइये आज हम भरवां बैगन बनाते हैं.
सामग्री -
विधि -
आलू छील कर पानी में डाल कर रख लीजिये. बैगन को अच्छी तरह पानी से धो लीजिये.
एक प्लेट में नमक, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला पाउडर, धनिया पाउडर, सौंफ पाउडर, अमचूर पाउडर, हरी मिर्च और अदरक सभी को अच्छी तरह मिला लीजिये. बैगन में मसाला भरने के लिये तैयार है.
बैगन के डंठल निकाल कर, डंठल की ओर से 2 कट इस तरह लगाइये कि निचला भाग जुड़ा रहे. मसाला चम्मच की सहायता से कटे हुये बैगन में भर लीजिये.
कढाई में तेल डालकर गरम कीजिये. गरम तेल में हींग और जीरा डाल दीजिये. जीरा भुनने के बाद, बैगन एक एक करके तेल में लगा दीजिये. ढककर धीमी गैस पर 8-10 मिनिट पकने दीजिये.
अगर आप बैगन में आलू डाल रहे हैं, तो आलू को काट लीजिये. जीरा भुनने के बाद आलू और थोड़ा सा नमक (स्वादानुसार) कढ़ाई में डालिये. 3-4 मिनिट तक आलूओं को चमचे से चला कर भूनिये. चमचे की सहायता से आलू को किनारे से लगा दें और मसाले भरे बैगन बैगन एक एक करके बीच में लगा दीजिये.
सब्जी को ढककर धीमी गैस पर 8-10 मिनिट तक पकने दीजिये. सब्जी को खोलें और चिमटे की सहायता से बैगन को पलट दीजिये. सब्जी को ढकिये और फिर से 5-6 मिनिट तक पकने दीजिये. अब सब्जी को खोलिये और देखिये कि यदि बीच में रखे बैगन सिक गये हैं, तो उन्हैं किनारे से कर दीजिये, और किनारे रखे हुये बैगन कढ़ाई के बीच में लगा दीजिये. ढककर सब्जी को 4-5 मिनिट पकने दीजिये. सब्जी को खोलिये और देखिये, बैगन और आलू पक गये हैं. भरवां बैगन तैयार हैं.
सब्जी को प्याले में निकाल लीजिये. हरा धनियां डाल कर सजाइये. भरवां बैगन, परांठे, चपाती या चावल किसी के साथ परोसिये और खाइये.