हलवास और लाडो के अलावा, बर्फी सबसे प्रसिद्ध भारतीय मिठाइयों में से एक है। बर्फी कुछ ही समय में घर पर बनाना आसान है। यहां विभिन्न प्रकार की बर्फी बनाने के लिए बहुत सारे विकल्प हैं। आप अपने घर पर विभिन्न प्रकार की बर्फी बना सकते हैं जैसे मावा बर्फी, मोहन थाल, तिल अट्टा बर्फी, लौकी बर्फी, दलिया बर्फी, तिल मावा बर्फी, नारियल बर्फी, धनिया बर्फी, कड्डू जी बर्फी, हरी चिकी बर्फी, गजर की बर्फी, काजु बर्फी, मूंग दाल बर्फी, टिल ड्राई फ्रूट्स बर्फी, खजूर ड्राई फ्रूट बर्फी आदि। आप बर्फी बनाने की प्रक्रिया प्राप्त कर सकते हैं और आवश्यक सामग्री प्राप्त कर सकते हैं।
मावा से अनेको प्रकार के व्यंजन बनाये जाते हैं. मावा की बर्फी बहुत ही स्वादिष्ट होती है, और बड़ी आसानी से बनाई जा सकती है. आइये मावा की बर्फी बनायें.
Til ki Patti Recipe. गुड़ और तिल से बनी गजक रेसिपी का टेस्ट में कोई जवाब नहीं। तिल की गजक या तिल चिक्की (Til Chikki) एक पारंपरिक भारतीय रेसिपी है। इसे तिल गुड़ पट्टी (Til Gur Patti) भी कहा जाता है। अंग्रेजी में इसे Sesame Brittle Recipe कहते हैं।तिल की गजक (Til ki Gajak) या तिल चिक्की (Til Chikki) बहुत स्वादिष्ट डिश तो है ही....
मोहन थाल बहुत ही प्रसिद्ध गुजराती मिठाई है जिसे उत्तर भारत में बेसन की बरफी के नाम से भी जाना जाता है. देशी घी, और बेसन की बनी इस मिठाई को चाशनी में पकाया जाता है.
गोंद के लड्डू एक बहुत ही पारम्परिक उत्तर भारतीय मिठाई है जिसे ज्यादातर सर्दियों के दिनों में ही बनाया जाता है क्योंकि गोंद कि प्रकृति गरम मानी जाती है। गोंद के लड्डू खाने में बहुत ही स्वादिष्ट और फायदेमंद भी होते है और....
सर्दी के मौसम में तिल से बनी चीजें सभी को पसंद आतीं हैं. तिल से तिल के लड्डू, तिल की बर्फी, तिल की चिक्की आदि बनाई जातीं है. इसी सीरीज में आज हम तिल और आटे की बर्फी बनाने जा रहे हैं.
लौकी की बर्फी (Ghiya Ki Burfee or Lauki ki Lauj) आप त्यौहार पर भी बना सकते हैं और व्रत में फलाहार के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं.बनाने में एकदम आसान, रेशेदार पौष्टिक लौकी की बर्फी दिवाली पर आपके परिवार को बहुत पसन्द आयेगी.
लौकी की बर्फी (Ghiya Ki burfee) आप कई तरीके से बना सकते है. लौकी को दूध में तब तक पकाया जाय कि ये एकदम गाड़ा हो जाय...
गर्मी का मौसम यानी आम का मौसम. आम की बर्फी आप ताजा पके हुये मीठे आम से बनाईये या प्रिजर्व किये हुये आम के पल्प से, इसका स्वाद आप और आपके परिवार को बहुत पसन्द आयेगा.
हम आम की बर्फी (Aam ki Burfi) को बेसन डालकर बना रहे हैं,
दलिया की बर्फी बहुत स्वादिष्ट बनती है. आप दलिया की बर्फी किसी त्योहार पर बना कर मेहमानों को खिला सकती हैं. आइये आज दलिया की बर्फी (Daliya Burfi) बनाते हैं.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तिल को मावा के साथ मिलाकर बनाये जाने वाली तिल की बर्फी अधिक लोकप्रिय है. सर्दियां अभी जाने वाली हैं. इन सर्दियों के जाने से पहले ही बना डालते हैं आज तिल मावा बर्फी....
नारियल की बर्फी (Coconut Barfi) अनेकों प्रकार से बनाई जाती है.ये बर्फी बहुत ही स्वादिष्ट होती है. किसी भी त्यौहार पर आप इस मिठाई को बना कर घर की मिठाई का आनन्द ले सकते हैं और इसे 15 दिन तक फ्रिज में रख कर आप खा सकते हैं.
कद्दू या कुम्हड़ा (pumpkin or squash) बेहद पौष्टिक होता है। ये कोलेस्ट्रॉल कम करता है और डायबिटीज में भी फायदेमंद है। शायद इसीलिए भारत के बड़े हिस्से में कद्दू की सब्जी ज्यादा खाई जाती है। लेकिन आज हम आपके साथ कद्दू की बर्फी (kaddu ki barfi) बनाएंगे......
हरे चने यानी होले या छोलिया से पनीर छोलिया करी, छोलिया परांठे, हरे चने की कचौरी, हरे चने का निमौना, या हरे चने की कढी तो बनती ही है हरे चने की मिठाईयां, खास तौर पर हरे चने की बर्फी भी बहुत स्वादिष्ट बनती है. इस साल होली पर होले (Green Chickpea) की बर्फी अवश्य बनाकर देखियेगा.
क्या आप काजू कतली (kajoo katli burfi ) पसन्द करते हैं? बाज़ार में काजू कतली केवल वर्क लगी हुई मिलती है. मुझे तो काजू कतली (kaju katri) केवल घर पर बना कर खिलाना ही पसन्द है. इसे बनाना बहुत ही आसान है. आईये आज काजू कतली ( kajoo katli) बनायें.
कद्दूकस की हुई गाजर को दूध में पकाकर जमाई हुई गाजर की बर्फी बनाने का तरीका गाजर का हलवा बनाने जैसा ही है, बस थोड़ा और पकाईये और जमा दीजिये.
कृ्ष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर प्रसाद के लिये पारंपरिक रूप से धनिये की पंजीरी (Dhania Panjiri) और धनिया की बर्फी बनाई जाती है. धनिया बर्फी पिसे हुए धनिया में नारियल पाउडर, मावा या फूले हुये रामदाना - राजगिरा मिला कर बनाई जाती है...
मूंगदाल की बर्फी मूंगदाल के आटे से भी बनाई जाती है और भीगी हुई मूंगदाल की पिट्ठी से भी. मावा और मूंगदाल की पिट्ठी से बनी बर्फी को हम किसी भी त्यीहार, या खास अवसर पर बना सकते हैं.
सर्दी का अहसास हो तो तिल, गुड़ और ड्राइफ्रूट्स से बनी यह बर्फी बनाईये. ये आपके शरीर को गर्माहट तो बनाये रखेगी ही, इसकी शेल्फ लाइफ भी अच्छी है.
पारम्परिक तरीके से कलाकन्द बनाने में और समय भी अधिक लगता है. 2 बर्तन में अलग अलग बराबर -2 दूध लेकर गरम करते हैं, एक दूध का खोया बनाया जाता है और दूसरे दूध को फाड़ कर पनीर बनाया जाता है और इन्हैं मिलाकर कलाकन्द बनाया जाता है,
हलवासन गुजरात के खम्बात क्षेत्र की पारंपरिक मिठाई है. गेंहू के दलिया और दूध से बनी, सूखे मेवे से भरपूर और बनाने में एकदम आसान हलवासन को हम किसी भी त्यौहार पर बना सकते हैं.
खजूर और ड्राई फ्रूट दोनों ही खाने में बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक हैं, इनसे भरपूर प्रोटीन और आइरन मिलता है जो सर्दी के मौसम में हमारे लिये बहुत ही आवश्यक है. और इसको बड़ी आसानी से बनाया जा सकता है.