राजस्थानी खाने का स्वाद तो लाजबाव होता ही है. राजस्थानी दाल पूरी अगर आप खायेगे तो इसकी तारीफ किये बिना नहीं रह सकेंगे. प्रस्तुत है होली के अवसर के लिये विशेष - राजस्थानी दाल की पूरी
दाल पूरिया कई तरह से बनायी जाती है जैसे दाल भरी पूड़िया, जिसके अन्दर दाल की पिठ्ठी भरकर बनाते हैं, पिसी दाल को आटे में गूंथ कर हम बेड़मी पूरी भी बनाते हैं लेकिन पूरी के ऊपर दाल की पिठ्ठी की सतह लगा कर एकदम अलग स्वाद वाली पूरियां बनायी जाती है. ये पूरियां एक ओर से हरी और दूसरी ओर से ब्राउन दिखायी देती हैं. ये दाल पूरी खाने में एकदम खस्ता और जबर्दस्त स्वाद वाली होती हैं.
सामग्री -
पूरी के लिये आटा लगाने के लिये :-
दाल तैयार करने के लिये :-
विधि -
मूंग दाल को साफ करके, धोकर पानी में 2 घंटे पहले भिगो दीजिये. भीगी हुई मूंग दाल को एक बार फिर से धोइये, मिक्सर में मूंग दाल, हरी मिर्च, हरा धनियां और अदरक के साथ मिला कर बिना पानी डाले या बहुत ही कम पानी के साथ पीस लीजिये. पेस्ट में धनियां पाउडर और नमक मिला कर अच्छी तरह मिला दीजिये.
आटे को किसी बर्तन में छान कर निकाल लीजिये, आटे में दही, अजवायन, नमक और तेल मिला लीजिये. गुनगुने पानी की सहायता से पूरी का नरम आटा लगाइये. आटे को ढककर आधा घंटे के लिये सैट होने के लिये रख दीजिये.
आटे से थोड़ा सा आटा निकाल कर, गोल लोई बनाइये. लोई से चकले पर पूरी बेलिये, पूरी के ऊपर एक या डेड़ छोटी चम्म्च दाल का पेस्ट लेकर एक जैसा फैलाइये.
कढ़ाई में तेल डाल कर गरम कीजिये. तेल गरम हो गया है यह टैस्ट कीजिये ( आटे से थोड़ा सा आटा निकाल कर हाथ से दबाकर गरम तेल में डालिये, अगर आटा जल्दी ही कढ़ाई के तले से ऊपर ऊठकर, फूलकर तैरने लगे तो तेल पर्याप्त गरम है.) गरम तेल में दाल की तरफ से पूरी डालिये, यानी
दाल की सतह वाला हिस्सा नीचे तेल की ओर रहे
जब दाल की सतह हल्की ब्राउन हो जाय, फूलने के बाद पूरी को पलट कर ब्राउन होने तक तलिये. तली हुई पूरी डलिया या प्लेट में नेपकिन पेपर बिछा कर रखिये. सारी पूरी इसी तरह बनाकर तैयार कर लीजिये.
आपकी राजस्थानी दाल पूरी तैयार है. गरमा गरम राजस्थानी दाल पूरी मटर आलू, मटर पनीर या किसी भी अपनी मन पसन्द सब्जी के साथ परोसिये और खाइये.
चार सदस्यों के लिये
समय - 45 मिनिट