गुजरात के मशहूर व्यंजनों में शामिल लौकी मुठिया नाश्ते के लिए बहुत ही बेहतरीन स्नैक्स है. भाप में पकी इस मुठिया का स्वाद कम तेल पसंद करने वालों को खूब भाएगा.
मुठिया बनाने के लिये आटा लगायें=
तड़के के लिए-
कद्दूकस की हुई लौकी से पानी निचोड़ कर अलग रख लीजिये. यदि आटा लगाते समय पानी की आवश्यकता हो तो लौकी से निकला पानी को मिलाने के काम में ले लेंगे.
हरी मिर्च - धोइये और बारीक काट लीजिये. अदरक छीलिये, धोइये और कद्दूकस कर लीजिये या पेस्ट बना लीजिये.
किसी बर्तन में आटा, सूजी और बेसन छान कर निकाल लीजिये, कद्दूकस की गई लौकी और दी गई सारी सामग्री मिला कर चपाती के आटे जैसा मुलायम आटा गूथ लीजिये, अगर आवश्यकता हो तब लौकी से निकला हुआ जूस डालकर मिलाइये. गुथे हुये आटे को 10 मिनिट के लिये ढक कर रख दीजिये.
हाथ पर तेल लगाकर आटे से थोड़ा थोड़ा आटा तोड़िये और बेलनाकार मुठिया बनाइये, सारे आटे से इसी प्रकार की सारी मुठिया बनाकर तैयार कर लीजिये. अब मुठिया को पकाना है.
आप इन मुठिया को मोमोज बनाने के बर्तन में, या इडली स्टैन्ड में या किसी भी बर्तन में पानी भरकर स्टैन्ड रखकर, छलनी में मुठिया रख कर पानी के बर्तन को ढककर भाप से पका सकते हैं, लौकी की मुठिया को भाप में लगभग 25 - 30 मिनिट पका लीजिये (टैस्ट के लिये कि मुठिया पक गये है आप मुठिया के अन्दर चाकू गढ़ा कर देखिये, यदि चाकू से आटा नहीं चिपकता तो मुठिया पक गये हैं). आग बन्द कर दीजिये.
लौकी की मुठिया थोड़ी ठंडी होने पर आधा इंच मोटे टुकड़े में काट लीजिये. अब इन टुकड़ों को तड़का लगाना है.
कढ़ाई में तेल डालकर गरम कीजिये, गरम तेल में जीरा, राई, तिल, करी पत्ता और हींग डाल दीजिये, जीरा राई तड़्कने के बाद, कटे हुये मुठिया डालिये, नमक, नीबू का रस और हरा धनियां डालकर अच्छी तरह मिला दीजिये और 5-6 मिनिट तक कलछी से चला कर भूनिये.
लौकी की मुठिया तैयार है. गरमा गरम लौकी की मुठिया, हरे धनिये या पोदीना की चटनी के साथ खाइये.
इसी प्रकार से आटे में मैथी, पालक या पत्तागोभी मिला कर मैथी मुठिया (Methi Ki Muthia), पालक मुठिया (Palak Ki Muthia) और पत्ता गोभी मुठिया बनाये जाते हैं.