कच्चे आम से हम विभिन्न तरीके के अचार बनाते हैं, आम का सूखा अचार भी बड़ा स्वादिष्ट बनता है, यह आम का सूखा अचार उत्तर प्रदेश में बनाकर खूब खाया जाता है. इस अचार की विशेषता है कि यह कम तेल में भी साल भर तक रख कर खाया जा सकता है. आइये आज हम आम का सूखा अचार बनाना शुरू करें.
सामग्री -
बाद में अचार के लिये मसाले -
विधि -
कच्चे आम को पहले 10 - 12 घंटे के लिये पानी में डाल कर रख दीजिये. आम को पानी से निकालिये और अच्छी तरह धो लीजिये, आम का पानी सूखने पर आम का डंठल काट कर हटा दीजिये, आम के गूदे को लम्बी फाकों में काट लीजिये.
आम की फाकों में नमक और हल्दी पाउडर मिला कर किसी कांच या प्लास्टिक के साफ सूखे कन्टेनर में भर कर गलाने रख दीजिये. दिन में रोजाना 1 बार साफ सूखे चमचे से चलाकर आम की फाकों को ऊपर नीचे कर दीजिये. सात दिन में ये आम की फाकें नरम हो जाती हैं और आम की फाकों से खट्टा पानी भी निकल कर अलग हो जाता है. अब ये आम की फाकें निकाल लीजिये और खट्टा पानी उसी कन्टेनर में रहने दीजिये.
आम की ये फाकें किसी थाली में रख कर एक दिन की धूप में सुखा लीजिये. ये फाकें सूख कर थोड़ी सांवली और सिकुड़ी सी हो जाती हैं. अब हम इनके लिये मसाला तैयार करते हैं.
मैथी, सौंफ,पीली सरसों और अजवायन सभी मसाले अच्छी तरह साफ करके दरदरा पीस लीजिये.
किसी स्टील के बर्तन में तेल डाल कर गरम कर लीजिये. आग बन्द कर दीजिये. तेल थोड़ा सा ठंडा होने के बाद, सबसे पहले हींग इसके बाद हल्दी पाउडर और सारे मसाले डाल कर मिलाइये, नमक भी डाल कर मिला दीजिये, इस तेल मसाले में फाकों से निकला खट्टा पानी और सूखाई गई फाकें भी मिलाकर, अच्छी तरह से तब तक मिक्स कीजिये जब तक कि आमों के टुकड़े के ऊपर न आ जाय.
लीजिये आम का सूखा अचार तैयार है. आम का सूखा अचार को साफ सूखे कांच या प्लास्टिक कन्टेनर में भर कर रख दीजिये. आप जब भी अचार निकालें हमेशा ही सूखे और साफ चमचे से निकालिये.
इस अचार की विशेषता है कि यह कम तेल में भी साल भर तक रख कर खाया जा सकता है.
अचार के कन्टेनर को कभी कभी धूप में रख देना चाहिये, जिससे अचार अधिक दिनों तक खाने लायक बने रहते हैं.
सुझाव -