अलसी डार्क ब्राउन कलर के बीज होते है. प्रोटीन और फाइबर से भरे होने के साथ विटेमिन B1, मिनरल्स और आवश्यक फैटी एसिड्स ओमेगा - 3, ओमेगा- 6 से भरपूर एन्टीओक्सीडेन्ट अलसी का प्रयोग हमें अपने खाने में अवश्य करना चाहिये.
सामग्री -
विधि -
अलसी की चटनी बनाने के लिए अलसी को भून लीजिए. इसके लिए कढा़ई को गरम कीजिए इसमें अलसी के बीज डाल दीजिये, और मीडियम आग पर लगातार चलाते हुए अलसी के दाने भूनें, इसमें से चटपट की आवाज आने लगे तो यह भून कर तैयार हो जाती है, इसे भूनने में 2-3 मिनिट का समय लग जाता है. अलसी भुनने के बाद थोड़ी फूली हुई दिखाई देती है, इसे आप खाकर भी चैक कर सकते हैं, भुनी अलसी क्र्सिपी और खाने में अच्छी लगती है. अलसी भून जाने पर इसे प्लेट में निकाल लीजिए.
कढा़ई में करी पत्ता डालें और इसे धीमी और मीडियम आग पर 3 मिनिट के लिए लगातार चलाते हुए भून लीजिए, करी पत्ता ड्राई होने तक भूनकर अलग प्याले में निकाल लीजिये.
अब कढा़ई में साबुत धनिया, लाल मिर्च और जीरा डालकर लगातार चलाते हुए हल्का सा ब्राउन होने तक भून लीजिए. लगभग 1 मिनिट भूनने के बाद इन्हें आप अलसी के भूने बीजों पर ही डाल दीजिए.
अब कढा़ई में तिल डालकर भूनें इन्हें भी हल्का कलर चेन्ज होने तक भून लीजिए और प्लेट में निकाल लीजिये.
अब नारियल को भी लगातर चलाते हुए हल्का कलर चेन्ज होने तक भून लीजिए और प्लेट में निकाल लीजिये. इसके बाद मूंगफली के दाने और काली मिर्च को भून लें और प्लेट में निकाल लें, इन सभी चीजों को ठंडा होने दीजिए. ठंडा होने के बाद सभी चिजों को मिक्स करके इसमें काला नमक, सादा नमक, हींग और भूने हुए करी पत्ते डाल कर, मिक्सी में दरदरा पीस लीजिए.
अलसी की सूखी चटनी बनकर तैयार है इसे प्लेट में निकाल लीजिए. अलसी की चटनी को परांठे, चपाती और चावल के साथ खाया जा सकता है. इस चटनी को आप सब्जी़ या दाल में डालकर भी खा सकते हैं.
अलसी की चटनी से आप आटे में डालकर या भरकर नमकीन परांठे बना सकते हैं. सब्जी में डालकर उसका स्वाद और पौष्टिकता बढ़ा सकते हैं.
अलसी की चटनी को एअर टाइट कन्टेनर में भर कर रख लीजिये और 1 महिने तक खाते रहिए.
सुझाव :-