होली से पहले बाजार में हरे चने यानी होले खूब आने लगते हैं. पहले तो ये चने बाजार में होले की शक्ल में मिलते थे जिन्हें हम छील कर खाते थे या भून कर, चने निकाल कर खाते थे. या होले से निकाले हुये हरे चने को सब्जी, कढ़ी इत्यादि बनाने के काम में लाते थे,
लेकिन आजकल ये हरे चने बाजार में छिले छिलाये तैयार मिल जाते हैं, इनसे कोई भी डिश बनाना बड़ा आसान हो गया है. आज हम हरे चने की कड़ी बना रहे हैं, यह कड़ी बेसन की कढ़ी की तरह ही बनाई जाती है, तो आइये बनाना शुरू करें, हरे चने की कढ़ी.
सामग्री -
विधि -
हरे चने साफ कर लीजिये, धोइये और थोड़ा सा पानी डालकर बारीक पीस लीजिये. चने का आधा पेस्ट दही में घोल दीजिये और आधा पेस्ट पकोड़े बनाने के लिये फैट लीजिये.
कढ़ाई में तेल डाल कर गरम कीजिये, गरम तेल में थोड़ा थोड़ा चने का पेस्ट हाथ से उठा कर डालिये, पकोड़ियां पलट पलट कर हल्की ब्राउन होने तक सेकिये और तल कर प्लेट में निकाल कर रखिये. सारी पकोड़ियां बना लीजिये. कढ़ी के लिये पकोड़ियां तैयार हो गयीं है.
कढ़ाई में 1 या 2 टेबल स्पून तेल बचा लीजिये, गरम तेल में हींग और जीरा डालिये, जीरा तड़कने के बाद, धनियां पाउडर, हरीमिर्च, अदरक और लाल मिर्च डालकर भूनिये. दही में घुला चने का पेस्ट और आवश्यकतानुसार पानी ( 800 ग्राम) डाल कर, कढ़ी को चमचे से चलाते हुये पकाइये. कढ़ी में उबाल के आने के बाद नमक और पकोड़ियां डाल कर मिला दीजिये. कढ़ी को धीमी गैस पर 10- 12 मिनिट पकने दीजिये. गैस बन्द कर दीजिये, कढ़ी में गरम मसाला डाल कर मिला दीजिये.
हरे चने की कढ़ी तैयार हो गई है, कढ़ी को प्याले में निकालिये और कतरे हरे धनिये तथा जीरा, लाल मिर्च का तड़का ऊपर से डाल कर सजाइये. गरमा गरम मिस्सी रोटी, चपाती, नान और चावल के साथ परोसिये और खाइये.
4-5 सदस्यों के लिये
समय 40 मिनिट