कोथिम्बीर वड़ी को कई प्रकार से बनाया जाता है. सामान्यतया ढोकले की तरह से पकाकर, काटने के बाद तलकर बनी कोथिम्बीर वडी अधिक चलन में हैं लेकिन मुझे पिटोर स्टाइल यानी कि बेसन को घोल कर गाढ़ा होने तक, पकाकर, बनी कोथिम्बीर वडी अधिक पसंद आतीं हैं.
सबसे पहले बेसन को किसी प्याले में डालकर आधा कप पानी डालकर गुठलियां खतम होने तक घोल लीजिये, अब बेसन में 2 कप पानी और डालकर मिला दीजिये. घोल में मूंगफली के दाने, हरा धनियां, हल्दी पाउडर, नमक, गरम मसाला, अदरक पेस्ट, नीबू का रस, लाल मिर्च पाउडर, हरी मिर्च, हींग डालकर सारी चीजें मिलने तक अच्छी तरह मिक्स कर लीजिये. घोल तैयार है, अब इसे पका लीजिये.
किसी मोटे तले के भगोने को गैस पर रखिये, 1 टेबल स्पून तेल डाल दिजिये, तेल गरम होने पर जीरा डालिये, जीरा भुनने के बाद में बेसन का घोल भगोने में डालिये और चमचे से लगातार चलाते हुये पकाइये, घोल में उबाल आने के बाद, बेसन के घोल को गाढ़ा होने तक, या बर्तन का तला छोड़ने तक, या 9 - 10 मिनिट तक मीडियम आग पर पका लीजिये.
किसी प्लेट या ट्रे में तेल लगाकर चिकना कीजिये, पके हुये घोल को प्लेट में डालिये और जमने रख दीजिये. 20 मिनिट से आधा घंटे में घोल जम कर तैयार हो जाता है, घोल को जमने के बाद उसे अपने मन पसन्द आकार के टुकड़े, काट लीजिये.
कढ़ाई में तेल डालकर गरम होने रख दीजिये, तेल गरम होने के बाद जमे बेसन के टुकड़े गरम तेल में डालिये, और गोल्डन ब्राउन होने तक तल कर नेपकिन पेपर रखे प्लेट में निकाल लीजिये. सारे टुकड़े इसी प्रकार तल कर निकाल लीजिये. कोथम्बीर वड़ी ऊपर से एकदम क्रन्ची और आन्दर से पनीर की तरह नरम बन कर तैयार है.
कोथिम्बीर वड़ी को हरे धनिये की चटानी या नारियल की चटानी या टमाटो सास या चिल्ली सास के साथ परोसिये और खाइये.
कोथिम्बीर वड़ी अगर किसी पार्टी के लिये बनाना चाह रहे हैं तब बेसन को घोल को पकाकर जमाकर, फ्रिज में रख लीजिये, और पार्टी के समय ये टुकड़े फ्रिज से निकालिये और तल कर गरमा गरम कोथम्बीर वड़ी सर्व कर सकते हैं.