कच्चे आमों से कई प्रकार के अचार, चटनी और मुरब्बा बनाये जाते हैं, जिन्हैं हम साल भर तक रख कर खाने के प्रयोग में लाते रहते हैं. अभी आम का मौसम चल रहा है, बच्चो को मीठे अचार और मुरब्बा बहुत पसन्द आते है, तो आइये आज आम का मुरब्बा बनायें. मुरब्बा बनाने के लिये, बिना रेशे के अच्छे, सख्त आम ही अच्छे रहते हैं.
सामग्री -
विधि -
आमों को धो कर, 12 घन्टों के लिये पानी में भिगो दीजिये, आमों को पानी से निकालिये, पानी सुखा लीजिये.
आमों को अच्छी तरह छील लीजिये, हरा छिलका बिलकुल न रहने पाये. छिले हुये आमों से बड़े बड़े टुकड़े काट लीजिये. इन टुकड़े में फोर्क से छेद बना लीजिये.
एक बर्तन में इतना पानी लीजिये कि आम उसमें डुबे रहें, पानी में नमक डाल दीजिये, कटे हुये आमों को इस पानी में डुबा कर, रात भर या 12 घंटों के लिये रख दीजिये.
नमक के पानी से आम निकाल कर, दो बार धोइये, चलनी में रखकर, पानी निकाल दीजिये.
किसी बर्तन में इतना पानी गरम करने रखिये कि आम उसमें ड्बे जायं, पानी में उबाल आने के बाद, आमों के टुकड़ो को पानी में डाल दीजिये, इन्हैं 3-4 मिनिट तक उबलने दीजिये. आमों को चलनी में निकालिये और सारा पानी निकाल दीजिये.
अब किसी भगोने में आमों के टुकड़ों को केसर और चीनी के साथ मिला कर 2 दिन के लिये रख दीजिये, प्रत्येक 12 घंटे बाद चमचे से अच्छी तरह चला दीजिये.
चीनी का रस बन गया है, इस घोल को आम के टुकड़ों सहित गैस पर पकने रख दीजिये, 10-15 मिनिट में चीनी का घोल गाढ़ा हो जाता है(चीनी का घोल इतना गाढ़ा हो जाय कि उसे आप चमचे से प्लेट मे एक बूंद गिरायें और अपने हाथ के उंगली और अंगूठे के बीच चिपका कर देखें, और जब उंगली और अंगूठे को अलग करें तो एक तार बनना चाहिये, इसे एक तार की चाशनी बोला जाता है). गैस बन्द कर दीजिये.
आम का मुरब्बा बन चुका है, मुरब्बा को ठंडा होने के बाद, इलाइची छील कर कूट लीजिये और इसे मुरब्बे में मिला दीजिये. आम का खुशबू दार मुरब्बा किसी कांच या प्लास्टिक के कन्टेनर में भर कर रख दीजिये, साल भर तक, जब भी आपका मन हो परांठे के साथ मुरब्बा निकाल कर बच्चों को दीजिये, और आप भी खाइये, लेकिन अगर ये आम का मुरब्बा आपके बच्चो की पहुंच में हैं तो वे इसे मिठाई की तरह खा कर बड़ी जल्दी खतम कर देगे, और आपको इस मुरब्बे को साल भर तक रखने के लिये परेशान नहीं झेलनी पड़ेगी.