सूजी और सूखे मेवे को मिला कर बनाई हुइ गुजिया स्वाद में तो बेहतर होती ही हैं, इनकी शेल्फ लाइफ अन्य गुजिया के मुकाबले अधिक भी होती है. यदि गुजिया बनाने के लिये मावा उपलब्ध न हो तो फिर सूजी की गुजिया बनाना एक बेहतर विकल्प रह जाता है.
स्टफिंग के लिये
मैदा को किसी बर्तन में निकाल लीजिये, घी और दही आटे में डाल कर, अच्छी तरह मिलाइये. अब थोडा़-थोडा़ पानी डालते हुए पूरी के आटे से थोड़ा सख्त आटा गूंथ लीजिये. आटे को आधे घंटे के लिए ढककर रख दीजिये.
स्टफिंग बना लीजिये:-
सभी ड्राय फ्रूट्स छोटे छोटे काट कर तैयार कर लीजिए और इलायची को छीलकर पाउडर बना लीजिए.
कढा़ई में 2 टेबल स्पून घी डालकर गरम कीजिए. घी में सूजी डालकर लगातार चलाते हुए हल्का गोल्डन ब्राउन होने तक भूनिये. सूजी के भूनने पर इसमें कटे हुए ड्राय फ्रूट्स डाल दीजिए और 1-2 मिनिट मिक्स करते हुए भून लीजिए. गैस बंद कर दीजिए और सूजी को थोडी़ देर तक चलाते रहें. सूजी को प्याले में निकाल लीजिए और हल्का ठंडा होने दीजिए.
आटे को मसल-मसल कर मुलायम कीजिये, और आटे से छोटी छोटी 25 लोई तोड़ कर बना लीजिये, लोइयों को ढककर रखिये.
सूजी के हल्का ठंडा होने पर इसमें पाउडर चीनी और इलायची का पाउडर डाल कर मिला लीजिए. गुजिया में भरने के लिए मिश्रण तैयार है.
एक लोई निकालिये 3-4 इंच के व्यास में पूरी बेलिये, बेली हुई पूरी थाली में रखते जाइये. लगभग 10 पूरियां बेलकर तैयार कर लीजिए, अब इन्हें भर कर गुजिया तैयार कर लीजिये. एक पूरी उठाइये, पूरी को सांचे के ऊपर रखिये, एक या डेढ़ चम्मच स्टफिंग पूरी के ऊपर डालिये, किनारों पर उंगली के सहारे से पानी लगाइये. सांचे को बन्द कीजिये, दबाइये, गुजिया से अतिरिक्त पूरी हटा दीजिये. सांचे को खोलिये, गुजिया निकाल कर थाली में रखिये.
एक-एक करके सारी पूरियों की गुजिया इसी तरह बना कर थाली में लगाइये बनी हुई गुजिया ढककर रखिये, ताकि वे सूखे नहीं और इसी तरह सारी गुजिया बेल कर भर कर बना कर तैयार कर लीजिये.
गुजिया तल लीजिये:-
कढ़ाई में घी डाल कर गरम कीजिये. मीडियम गरम घी में गुजिया डालिये, और धीमी और मीडियम आग पर हल्के ब्राउन होने तक पलट-पलट कर तल लीजिये. कढ़ाई से गुजिया, तिशु पेपर बिछी प्लेट में निकालिये. सारी गुजिया इसी तरह तल कर निकाल लीजिये.
गुजिया तैयार हैं, गरमा गरमा गुजिया परोसिये और खाइये.
गुजिया की स्टफिंग में मेवा अपनी पसन्द के अनुसार जो चाहें ले सकते हैं, कम या ज्यादा कर सकते हैं .
गुजिया भरते समय रखते उठाते समय ध्यान रखिये. गुजिया फटनी नहीं चाहिये, अगर कोई गुजिया फट जाय तो उसे अलग रखिये, सारी गुजिया तलने के बाद तलें. फटी हुई गुजिया घी में डाली जाय तो उससे स्टफिंग बाहर आ जाती है और घी में मिल जाती है, इसके बाद इस घी में गुजिया तलना मुश्किल हो जाता है. घी छानना होगा तब गुजिया तली जा सकेंगी.