मल्टीग्रेन आटा, मिर्च मसाले और ताजा सब्जियां मिला कर बनी महाराष्ट्र की परम्परागत रैसिपी थाली पीठ जितनी स्वादिष्ट है उतनी पौष्टिक. और इसे बनाना तो कतई मुश्किल नहीं है.
थालीपीठ के लिये भाजनी बाजार में मिल जाता है. यह आटा भुनी हुई दालो और गैंहू को मिलाकर बनाया जाता है. भाजनी आटे को किसी बड़े बर्तन में डालिये, नमक, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, हरा धनियां, हरी मिर्च, तिल, कद्दूकस किया गोभी और आलू को एकदम बारीक मैस करके डालिये, 1 छोटी चम्मच तेल डाल कर अच्छी तरह सारी चीजें मिलने तक मिक्स कर लीजिये. हल्के गरम पानी की सहायता से थोड़ा थोड़ा पानी डालकर, नरम आटा गूंथ कर तैयार कर लीजिये.
आटे को ढककर 15 मिनिट के लिये रख दीजिये, ताकि आटा फूल कर सैट हो जायेगा. 15 मिनिट बाद आटा थालीपीठ बनाने के लिये तैयार है.
आटे से थोड़ा सा आटा 1 मीडियम साइज के नीबू के बराबर तोड़ लीजिये, सूखे भाजनी आटे में लपेट कर गोल लोई बना लीजिये, हथेलियों की सहायता से 2 इंच के व्यास में बड़ा कर लीजिये, और अब सूखे आटे में लपेट कर, हल्का दबाव देकर 3-4 इंच के व्यास में बड़ा कर लीजिये. थालीपीठ के बीच में उंगली से एक होल बना लीजिये.
तवा गरम कीजिये, थोड़ा सा तेल डालकर तवे को चिकना कर लीजिये, थालीपीठ को सेकने के लिये गरम तवे पर डाल दीजिये, नीचे की सरफेस सिकने पर थालीपीठ को पलट दीजिये, और उपर की ओर थोड़ा तेल डालकर चारों ओर लगा दीजिये, थोड़ा सा तेल बीच के होल में डाल दीजिये, इससे थालीपीठ नीचे से बहुत ही कुरकुरा और खस्ता सिकता है. थाली को पलट कर दूसरी ओर भी तेल डालकर लगा दीजिये. थालीपीठ को सावधानी से पलट पलट कर दोनों ओर से ब्राउन चित्ती आने और कुरकुरे होने तक सेक लीजिये.
तवे पर एक बार में 2- 3 थालीपीठ डालकर एक साथ सेके जा सकते हैं. सारे थालीपीठ इसी तरह सेक कर तैयार कर लीजिये.
क्रिस्पी और स्वादिष्ट थाली पीठ तैयार है, थाली पीठ को मक्खन, दही, चटनी या अचार के साथ परोसिये और खाइये.